Tuesday, September 22, 2009

गरीब सुखवती बाई और उसके नवजात शिशु को मिला नया जीवन

 (सफलता की कहानी) 

आर्थिक तंगी के साथ अपनी बीमार गर्भवती पत्नी के इलाज के लिये यहां वहा भटक रहे ग्राम इन्दार जिला शिवपुरी के श्रमिक मनका प्रजापति को गुना आकर मानो एक नया जीवन मिल गया हो। शिवपुरी में पहले एक निजी चिकित्सक और फिर जिला अस्पताल में इलाज कराने के बाद भी स्थिति में सुधार न आने पर मनका अपनी पत्नी को गुना उपचार के लिये ले आया। यहां उसे न केवल नि:शुल्क चिकित्सा सेवायें मिली वरन उसकी पत्नी को सुरक्षित संस्थागत प्रसव की सुविधा भी प्राप्त हुई। बच्चे को जन्म देने के पहले मनका की पत्नी सुखबाई की हालत इतनी खराब थी कि उसे 5 बोतल खून भी चढाना पडा। समय से पहले 7 माह में हुये प्रसव में उसके बच्चे की स्थिति भी काफी गंभीर थी,जिसे नवजात शिशुगहन चिकित्सा इकाई में नया जीवन मिला।

अपनी पत्नी के कष्ट और घर में आने वाले नये नन्हें मेहमान के बारे में नाकारात्मक विचार लेकर गुना अस्पताल आये मनका को उस समय मानवता और इंसानियत का भी एहसास हुआ, जब उसकी पत्नी को रक्तदान करने स्वास्थ्य विभाग के दो वाहन चालक रणवीर रघुवंशी, संतोष कोरी और एक जेसीआई के सदस्य अवधेष श्रीवास्तव अस्पताल आ पहुंचे। गरीब परिवार की महिला को खतरों से बाहर लाने के लिये सिविल सर्जन डॉ. सी.डी. शर्मा ने भी सुखवती बाई के लिये उपचार के सारे रास्ते खोल दिये। ऐसी आत्मीय सेवाये और मानवता के अंतरंग संबंधों को पाकर मनका भावविभोर हो उठा।

जिला चिकित्सालय की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. छाया शर्मा ने बताया कि महिला सुखवती बाई जब अस्पताल लाई गई तो उसकी हालत बडी नाजुक थी, उसके शरीर में खून की बहुत कमी थी। गर्भ में पल रहे बच्चे को भी जान का खतरा था। हमने पहले महिला को स्वस्थ बनाने के प्रयास शुरू किये और फिर स्थिति में सुधार आते ही महिला का सुरक्षित प्रसव भी कराया। चूंकि बच्चा समय से पहले जन्मा था, इस लिये उसकी हालत भी खराब थी। नवजात शिशु को तत्काल एन.एन.सी.यू में भर्ती कर चिकित्सा प्रांरभ की गई। डॉ. शर्मा बताती है कि यदि सब कुछ समय पर नही हुआ होता तो शायद मनका प्रजापति काफी कुछ खो बैठता।

आज मनका बहुत खुश है और ईश्वर के साथ वह जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिहं चौहान को भी धन्यवाद दे रहा हैं जिन्होंने गरीबों के लिये नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाये मुहैया कराई हैं। मनका प्रजापति जब अस्पताल से अपनी पत्नी और बच्चे को लेकर घर रवाना होने लगा तब उसे जननी सुरक्षा योजना के 1400 रूपये और नि:शुल्क प्रसव परिवहन के 250 रूपये भी उपलब्ध कराये गये। मनका प्रजापति डॉ. रामवीर सिहं रघुवंशी को भी धन्यवाद देता हैं जिन्होंने विशेष रूचि लेकर इस पूरे प्रकरण में सहयोगी की भूमिका निभाई।

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By :  News Team

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